गाजीपुर बॉर्डर पर फिर क्यों जुट रहे हैं किसान?जानिए पूरी कहानी
किसानों के नेता ने अस्थायी रूप से युद्धविराम की घोषणा की है। हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट बैन 15 फरवरी तक बढ़ाया गया:
किसान नेताओं ने कल सुबह तक आगे की चर्चा स्थगित करने के अपने फैसले की घोषणा करते हुए शाम के लिए अस्थायी युद्धविराम की घोषणा की है। मीडिया को संबोधित करते हुए, उन्होंने अपने सदस्यों की भलाई पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "हमारे लगभग 60 लोग घायल हो गए हैं। सरकार हम पर आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियों से हमला करके हमें उकसा रही है।" इस बीच, किसानों के चल रहे विरोध से उत्पन्न कथित 'गंभीर' और 'तनावपूर्ण' स्थिति के कारण हरियाणा के सात जिलों में इंटरनेट प्रतिबंध 15 फरवरी तक बढ़ा दिया गया है। ये जिले, अर्थात् अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा, विस्तारित प्रतिबंधों से प्रभावित हैं।
विरोध के लिए पुलिस की तैयारी:
किसानों के दिल्ली मार्च को रोकने के लिए ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर बड़े पैमाने पर पुलिस बल है जिन्होनें बॉर्डर पर कब्जा कर लिया है जिससे किसान दिल्ली मार्च ना कर सकें 13 फरवरी सोमवार को दिल्ली मार्च के लिए आदेश दिया गया था। अब इसके लिए पुलिस बल अलर्ट मोड पर है। सर्विस रोड पर भी रोक दिया गया है, वहीं पुल के ऊपर भी पुलिस बल तैनात किया गया है, जिस से किसान प्रोटेस्ट ना कर पाये।
ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर किसानों के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस बैरिकेडिंग के बीच में कंक्रीट डाल कर एक कंक्रीट की दीवार बन रही है। दीवार बनाने का काम 13 फरवरी को शुरू कर दिया गया है। किसानों के विरोध को रोकने के लिए दिल्ली की सीमाओं को पहले सील कर दिया गया है। तो वहीं कंक्रीट की दीवार का भी काम शुरू हो गया है जिससे किसानों के विरोध को बॉर्डर पर ही रोक लिया जाएगा सीमा पर किसानों की मात्रा बहुत अधिक होने की संभावना है जिस को लेकर वहां पुलिस बल के साथ पैरा मिलिट्री फोर्स की भी तैनाती की गई है।
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